इसके बाद टीम बिहार के सीतामढ़ी में उसके मालिक के पास पहुंची.

इस बीच, यूपी पुलिस की एक और टीम ने उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर रोड पर उसी कार को रोका और चारों को गिरफ्तार कर लिया. गोल्फ सिटी के एसएचओ शैलेंद्र गिरी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक नीरज गैंग का स्थायी सदस्य था और उसके खिलाफ पांच मामले दर्ज थे. गिरी ने कहा कि नीरज ने खुलासा किया कि उसने मिश्रा से एटीएम को तोड़ने के बारे में ट्रेनिंग ली थी. सूत्रों ने कहा कि बेरोजगार युवाओं को उत्तर प्रदेश से छपरा लाया जाता है और तीन महीने का एटीएम क्रैश कोर्स के तहत नई तकनीक से एटीएम को तोड़ना सिखाया जाता है. इसमें बताया जाता है कि कैसे पहचान छिपाने के लिए एटीएम बूथ में लगे कैमरों पर मिस्टी लिक्विड स्प्रे करें और 15 मिनट के अंदर एटीएम के कैश बॉक्स को काटकर बच निकलकर भाग जाए. प्रशिक्षण के बाद 15 दिन का लाइव डेमोस्ट्रेशन भी कराया जाता है.